जिस हीरो का आप इंतज़ार कर रहे हैं, वो आप हैं।

अधिकांश समय फ़ोन की रोशनी में चमकता चेहरा। और दिमाग में वही पुराना सवाल… ‘मेरी लाइफ का क्या हो रहा है?’

आप दूसरों की सक्सेस स्टोरीज़ स्क्रॉल करते हैं। आप बड़े-बड़े प्लान बनाते हैं जो कुछ हफ़्तों में दम तोड़ देते हैं। आप जानते हैं कि आपके अंदर इससे कहीं ज़्यादा काबिलियत है, लेकिन आप सुबह उठकर फिर वही पुरानी ज़िंदगी जीने लगते हैं।

यह एक अदृश्य दलदल है। आप जितना निकलने की कोशिश करते हैं, उतना ही धंसते जाते हैं। और इस दलदल में आप करते क्या हैं? इंतज़ार।

किसी जादू का। किसी मोटिवेशनल वीडियो के असर का। किसी ऐसे इंसान का जो आएगा और दरवाज़ा खोलकर कहेगा, “चलो, अब तुम्हारी कहानी शुरू होती है।”

आँखें खोलिए। यही आपकी ज़िंदगी का सबसे बड़ा झूठ है।

यह सोचना कि कोई आएगा और आपको बचाएगा। यह उम्मीद करना कि कोई और आपकी ज़िंदगी में रंग भरेगा। यह मानना कि आपकी खुशियों की ज़िम्मेदारी किसी और की है। यह एक ज़हरीला, आरामदायक झूठ है जिसमें हम सब जीना पसंद करते हैं।

क्यों? क्योंकि इसमें हमें कुछ करना नहीं पड़ता। हम अपनी सारी नाकामियों का ठीकरा दूसरों पर या किस्मत पर फोड़ सकते हैं और खुद ‘बेचारे’ बनकर घूम सकते हैं।

जब तक आप इस झूठ के साथ जी रहे हैं, आप अपनी ही ज़िंदगी के एक भिखारी हैं। आप बाहर की दुनिया से प्यार, इज़्ज़त और खुशी की भीख मांग रहे हैं। और भीख में मिली चीज़ें कभी आपकी नहीं होतीं, वे कभी आपको पूरा नहीं करतीं।

तो सच क्या है?

अगर यह सब झूठ है, तो सच क्या है?
सच यह है कि जिस एक चीज़ को आप बाहर ढूंढ रहे हैं, वह आपके अंदर है।

आपकी ज़िंदगी का एकमात्र, सबसे ज़रूरी, सबसे शक्तिशाली इश्क़ किसी और से नहीं, खुद की सबसे बेहतरीन काबिलियत (Your Highest Self) से होना चाहिए।

रुकिए। यह ‘Love Yourself’ वाला ज्ञान नहीं है। यह कुछ और है। यह उस इंसान से इश्क़ करने के बारे में है जो आप बन सकते हैं

  • वह इंसान जो डरता नहीं, फैसला लेता है।
  • वह इंसान जो बहाने नहीं, मेहनत करता है।
  • वह इंसान जो शिकायत नहीं, समाधान ढूंढता है।
  • वह इंसान जो साधारण नहीं, असाधारण है।

यह आपके अंदर का वह हीरो है, जिसे आपने अपने आलस, अपने डर और अपनी असुरक्षा के नीचे ज़िंदा दफन कर दिया है।

अब इन दोनों बातों को जोड़िए।

जब आप अपने उस अंदर के हीरो से इश्क़ करने लगते हैं, तो आप बाहर भीख मांगना बंद कर देते हैं।

  • आप किसी ऐसे रिश्ते में नहीं रह सकते जो आपकी इज़्ज़त न करे, क्योंकि यह आपके उस हीरो की तौहीन है।
  • आप कोई ऐसा काम नहीं कर सकते जो आपको अंदर से खालीपन दे, खोंखला करे, क्योंकि यह आपके उस हीरो के साथ धोखा है।
  • आप अपना समय बर्बाद नहीं कर सकते, क्योंकि हर बर्बाद किया हुआ पल आपके उस हीरो से आपकी दूरी बढ़ाता है।

ज़िम्मेदारी लेना अब बोझ नहीं लगता, यह आपके इश्क़ को साबित करने का तरीका बन जाता है।
आप अब ‘बेचारे’ नहीं, एक ‘प्रेमी’ हैं, जो अपने प्यार (अपने Highest Self) के लिए कुछ भी कर सकता है।

लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप अकेले हैं

आत्मनिर्भर होने का मतलब यह नहीं है कि आपको किसी की मदद नहीं लेनी। यह एक बहुत बड़ा अंतर है जिसे समझना ज़रूरी है।

हाँ, लोग आपकी मदद करेंगे। एक अच्छा मेंटोर आपको रास्ता दिखा सकता है, पर उस पर चलना आपको है। कोई दोस्त आपका हाथ पकड़ सकता है, पर लड़ाई की हिम्मत आपको जुटानी है। कोई अवसर दरवाज़ा खोल सकता है, पर उस दरवाज़े से गुज़रना आपको है।

कोई कोच आपको ट्रेनिंग दे सकता है, लेकिन मैदान में खेलना आपको ही पड़ेगा। कोई आपको रेसिपी बता सकता है, लेकिन खाना आपको ही बनाना पड़ेगा।

दूसरों से सहयोग लें, ज्ञान लें, अवसर लें, लेकिन यह कभी न भूलें कि अंतिम निर्णय और अंतिम मेहनत, हमेशा आपकी होगी। कोई और आपके हिस्से का काम नहीं कर सकता।

तो अब क्या?

आज, जब आप अकेले होंगे, तो खुद से एक सवाल पूछिएगा।
आपकी ज़िंदगी में दो किरदार हैं:
एक वह, जो डरा हुआ है, जो शिकायत करता है, जो इंतज़ार कर रहा है।
और दूसरा वह, जो शक्तिशाली है, जो लड़ सकता है, जो आपकी पूरी कहानी बदलने की हिम्मत रखता है।

आप किसके साथ वफादार रहेंगे?

जिस दिन आपने यह फैसला कर लिया, उसी दिन आपकी ज़िंदगी का सबसे बड़ा झूठ टूट जाएगा और सबसे बड़ा सच जीना शुरू कर देगा।
बाहर देखना बंद कीजिए।
आपकी कहानी का हीरो आप ही हैं। बस उसे उसका हक़ देने का समय आ गया है।

1 thought on “जिस हीरो का आप इंतज़ार कर रहे हैं, वो आप हैं।”

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