मैं शिक्षक हूँ…

शिक्षा के मंदिर के हम वो दीप हैं,
जो हर दिल में ज्ञान की लौ जलाते हैं।
हाँ, हम शिक्षक हैं – मार्गदर्शक और प्रशिक्षक,
हर बच्चे के सपनों को नई उड़ान देते हैं।

आज, 5 सितंबर को, इस शिक्षक दिवस पर,
हम गर्व महसूस करते हैं अपने इस पावन कर्तव्य पर।
हम सिर्फ अक्षर ज्ञान नहीं देते,
बल्कि जीवन की राहों में सही दिशा दिखाते हैं।

एक शिक्षक होने का मतलब सिर्फ पढ़ाना नहीं,
यह तो एक रिश्ता है, विश्वास का और सम्मान का।
हम बच्चों के भीतर छिपी प्रतिभा को पहचानते हैं,
और उन्हें तराश कर हीरा बनाते हैं।

हमारे लिए हर बच्चा एक नई कहानी है,
जिसे हम अपने अनुभव से संवारते हैं।
हम सिखाते हैं सिर्फ किताबों से नहीं,
बल्कि जीवन के हर मोड़ से सीखने की कला।

हमारी अपेक्षाएं सीधी और सच्ची हैं:
हर बच्चा अपने पैरों पर खड़ा हो,
ज्ञान के प्रकाश से जगमगाए उसका जीवन,
और वह समाज का एक जिम्मेदार नागरिक बने।

हमारा दिल खुशी से भर जाता है,
जब हमारे पढ़ाए हुए बच्चे सफल होते हैं।
उनकी सफलता ही हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है,
और यही हमें और अधिक प्रेरित करती है।

हम जानते हैं कि चुनौतियां बहुत हैं,
पर हमारा विश्वास और दृढ़ संकल्प भी अडिग है।
हम हर बाधा को पार कर,
ज्ञान की मशाल जलाते रहेंगे।

इस शिक्षक दिवस पर,
हम उन सभी शिक्षकों को नमन करते हैं,
जो निस्वार्थ भाव से इस पुनीत कार्य में लगे हैं।
आइए, हम सब मिलकर शिक्षा के इस यज्ञ को जारी रखें,
और एक उज्जवल भविष्य का निर्माण करें।

गर्व है हमें शिक्षक होने पर,
गर्व है हमें मार्गदर्शक और प्रशिक्षक होने पर।
यही हमारा जीवन है, यही हमारा धर्म है,
और यही हमारी पहचान है।

शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!


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